
Overview
4 क़ुल (4 Qul In Hindi) क़ुर’आन पाक की बहुत ही अहम सुरह हैं जो हर मुसलमान के लिए रूहानी और इमानी तौर पर बेहतरीन हिदायत का जरिया हैं।
ये सुरहें हैं सुरह अल-काफ़िरून, सुरह अल-इखलास, सुरह अल-फलक, और सुरह अन-नास। इन सुरहों की तिलावत से इंसान को बहुत से रूहानी और दुनियावी फायदे मिलते हैं।
इस Article में हम 4 क़ुल सुरहों की अहमियत, उनका मतलब, और उनके तिलावत करने का तरीका पर तफ़सील से बात करेंगे।
Table of Contents
1st Qul Surah Kafirun In Hindi
- कुल या अय्युहल काफिरून
- ला अ अबुदु मा ताबुदून
- वला अन्तुम आबिदूना मा अ’अबुद
- वला ना आबिदुम मा अबद्तुम
- वला अन्तुम आबिदूना मा अ’अबुद
- लकुम दीनुकुम वलिय दीन

Surah Kafiroon Meaning In Hindi
कहो, “ऐ काफ़िरों,
मैं उसे नहीं पूजता जो तुम पूजते हो,
और न तुम पूजते हो जो मैं पूजता हूँ,
और न मैं पूजने वाला हूँ जो तुम पूजते हो,
और न तुम पूजने वाले हो जो मैं पूजता हूँ,
तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन, और मेरे लिए मेरा दीन।”
2nd Qul Surah Ikhlas In Hindi
- कुल हुवल लाहू अहद
- अल्लाहुस समद
- लम यलिद वलम यूलद
- वलम यकूल लहू कुफुवन अहद

Surah Ikhlas Meaning In Hindi
कहो, “वह अल्लाह एक है,
अल्लाह बे-नियाज़ है,
न उसकी कोई औलाद है, और न वह किसी की औलाद है,
और उसका कोई हम-सर नहीं।”
3rd Qul Surah Falak In Hindi
- कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
- मिन शररी मा ख़लक़
- वमिन शररी ग़ासिकिन इज़ा वकब
- वमिन शररिन नफ़फ़ासाती फ़िल उक़द
- वमिन शररि हासिदिन इज़ा हसद

Surah Falak Meaning In Hindi
कहो, “मैं पनाह मांगता हूँ सुबह के रब की,
उस चीज़ के शर से जो उसने पैदा की,
और अंधेरे से जब वह फैलता है,
और जादूगर औरतों के शर से,
और हसद करने वाले के शर से जब वह हसद करता है।”
4th Qul Surah Naas In Hindi
- कुल अऊजु बिरब बिन नास
- मलिकिन नास
- इलाहिन नास
- मिन शररिल वसवासिल खन्नास
- अल्लज़ी युवसविसु फी सुदूरिन नास
- मिनल जिन्नाति वन नास

Surah Naas Meaning In Hindi
कहो, “मैं पनाह मांगता हूँ लोगों के रब की,
लोगों के बादशाह की,
लोगों के माबूद की,
वसवसे डालने वाले के शर से जो पीछे हट कर छुप जाता है,
जो लोगों के सीने में वसवसे डालता है,
जिन और लोगों में से।”
4 Qul तिलावत का तरीका
4 क़ुल सुरहों को रोज़ मर्रा की नमाज़ों के बाद, रात को सोते वक्त और सुबह उठते वक्त पढ़ना बहुत फज़ीलत वाला अमल है। इन सुरहों को दिल से, खशु और खुज़ु के साथ पढ़ना चाहिए।
4 क़ुल सुरह की फज़ीलत
- 4 क़ुल सुरहें हर तरह के शर, जादू, नज़र और हसद से हिफाज़त का जरिया हैं।
- इन सुरहों का तिलावत करना ईमान को मजबूत और ताजदीद करने का जरिया है।
- इन सुरहों को पढ़ने से रूहानी सुकून और इत्मीनान मिलता है।
- सुरह अल-फलक और सुरह अन-नास हर तरह के वसवसे और शर से अल्लाह की पनाह मांगने का जरिया हैं।
- 4 क़ुल सुरहों की तिलावत के जरिए अल्लाह से मांगी गई दुआओं के कुबूल होने के इमकानात बढ़ जाते हैं।
4 Qul Video In Hindi
Conclusion
4 क़ुल सुरहें क़ुर’आन पाक का बहुत क़ीमती हिस्सा हैं जो हर मुसलमान के जिंदगी में एक बहुत अहम मक़ाम रखती हैं।
इनका तिलावत करना और उनके मतलब को समझना हर मुसलमान के लिए ज़रूरी है। अल्लाह तआला हमें इन सुरहों की बरकत से नवाज़े। आमीन।